​ एक प्रेम कहानी

                एक प्रेम कहानी


मै अपने ऑफिस के केबिन में  एक ग्राहक से फ़ोन पर बात कर रहा था तभी मेरे केबिन का दरवाजा खुला और सामने मेरी सह-कर्मी कोमल थी  अपनी प्यारी सी मुस्कान के साथ वो धीरे से अंदर आने को पूछती है और मैंने भी हाथ के इशारे से अन्दर आने का इशारा किया और वो अंदर आ के मेरे सामने खड़ी हो गयी मैंने उसे बैठने का इशारा किया और मै अपनी बात खत्म करके कोमल से पूछता हूँ बताई ये ग़रीब आज आप की क्या सेवा कर सकता है मैंने माजकिये अंदाज में कहा। वैसे उसे देख के लोगो के होश उड़ जाते है क्योंकि वो है ही इतनी सुन्दर और प्यारी। अगर कोई उसकी आवाज़ सुन ले तो दीवाना सा हो जाये उसकी आवाज में एक जादू सा था। लेकिन मुझे उसकी मुस्कान बहुत पसंद हैं।


वो इससे पहले कुछ बोलती मैंने फ़ोन उठा के दो कॉफ़ी लाने को बोल दिया इसपर वो मुस्कुरा के बोली मै यहाँ कॉफी पीने नही आयी मुझे तुम से कुछ कहना है मैंने कहा हाँ हाँ बोल देना जो कहने आयी कॉफी पीते-पीते, अब आयी हो पी के ही जाना। वैसे कोमल प्रबंधन में काम करती है और मै मार्केटिंग में। फिर मैंने उससे पूछा बोलो क्या कहने आयी हो मैंने थोड़ा माजकिये अंदाज में फिर से कहा।


वो थोड़ा घबड़ा रही थी उसकी चेहरे से  साफ साफ पता चल रहा था। मैंने घबराते हुए उससे पूछा सब ठीक तो है ना कोई परेशानी तो नही है पर वो फिर भी कुछ नही बोली और अपना सर नीचे कर के अपने दाहिने हाथ की अंगूठी को बार बार निकाल रही थी फिर से पहन रही थी। मैं ये सब देख रहा था और थोड़ा हैरान भी जहाँ तक मैं कोमल को जानता हूँ वो घबराने वाली लड़कियों में से नही थी। वैसे मैं उसे पिछले दो सालों से जानता हूँ और वो मेरी काफी अच्छी दोस्त भी हैं वो मुझसे सभी बाते बताती हैं वो मुझसे कभी कुछ नही छिपाती चाहे कैसी भी परेशानी हो वो सबसे पहले मुझे ही बताती थी। मैंने कोमल को फिर से पूछा बताओ क्या बात है फिर उसने अपना सर ऊपर किया और वही प्यारी सी मुस्कान दी जिसका मैं दीवना हूँ उसकी मुस्कान देख के चाहे मेरा मूड कैसा भी वो सही हो जाता हैं इतनी प्यारी मुस्कान है उसकी,उसकी मुस्कान में एक भोलापन है।
उसकी मुस्कान से मुझे पता चल गया कि कोई चिंता की बात नही हैं पर वो कुछ बोल क्यों नही यही मेरी समझ में नही आता वैसे तो वो बहुत बोलती है पता नही आज क्यों मौन व्रत धारण किये हुई हैं जिससे मेरी जानने की जिज्ञासा और ज्यादा बढ़ गयी है। मैं भी उसे बार बार बोले जा रहा हूँ बोलने को इतने में कॉफ़ी आ गयी मैंने उसे कॉफी पीने को कहा और हम दोनों कॉफ़ी पिने लगे ,मैंने फिर कोशिश की और कहा अब तो बता दो क्या बात है जिसके लिए इतना इंतजार करा रही हो। लेकिन फिर भी वो चुपचाप कॉफी पिए जा रही थी और कप को टेबल पर रख के एक गहरी सांस लेती है और अचानक एक झटके में बोल पड़ती हैं “I Love You”। और फिर वो चुप हो जाती है अब उसकी आँखों में एक सकून दिख रहा था पर उसका गला सुख रहा था मैंने पानी का गिलास उसकी तरफ कर के बोल पी लो पानी थोड़ा आराम लगेगा। जब उसने ई लव यू कहा तो मुझे एक झटका सा लगा की ये आखिर कब और कैसे हुआ मैं भी यही सोच रहा था।
मैंने उसे समझाने वाले अंदाज में बोला कोमल ये सब क्या हैं तुम ने तो आज मुझे झटका दे दिया आज अच्छा किया कि अपने दिल की बात बता दी अब तुम्हे कैसा लग रहा है वो फटाक से बोल पड़ी अब दिल दिमाग सब हल्का लग रहा है बहुत बोझ सा लग रहा था । तुमने अपने दिल की बात बता दी मुझे इस बात की बहुत ख़ुशी है और मुझसे कही ये उससे भी ख़ुशी की बात हैं ये सुन के उसे बहुत संतोष महसूस हुआ। तुम बहुत अच्छी और प्यारी हो “लेकिन” सुनते ही उसके आखो में एक चमक और थोड़ा डर भी दिखने लगा वो बहुत ही ज्यादा उत्सुख हो रही थी। लेकिन तुम्हे एक बात मेरे बारे में शायद पता नही मै किसी और से प्यार करता हूँ, ये सुनते ही वो उदास हो गयी उसकी आँखों में थोड़ा सा पानी भी आ गया था पर वो उसे छुपाने के बोल पड़ी अब मै चलती हूँ मुझे बॉस बुला रहे है शायद और वो वहाँ से बहाना बना के चली गयी और बहार जा के अपने आंसुओ को पूछते हुए अपने केबिन की ओर चली गयी।


कुछ ही देर तक मै सोचता रहा इतने मेरी नजर घड़ी पर गयी लंच का समय हो गया था मैंने सोचा आज लंच नही करूँगा फिर दिल में क्या आया मैंने अपना डब्बा उठाया और कैंटीन की और चल पड़ा। रास्ते में मुझे रोहन मिला और हम दोनों में कैंटीन की ओर चल पड़े।कैंटीन पहुँच के मेरी आँखें कोमल को ही खोज रही थी मैंने देखा की आज वो कोने में जा के कोल्ड ड्रिंक पी रही थी और गहरी सोच में पड़ी हुई थी। उसके टेबल के पास जा के उससे पूछ्ता हूँ क्या मैं यहाँ तुम्हे जॉइन कर सकता हूँ पर ऐसा लगा हो उसने मेरी बात ही नही सुनी फिर मैंने उससे पूछा मै तुम्हे ज्वाइन कर सकता हूँ ये सुन के वो सकपका गयी और वो बोली तुम ऐसा लग रहा था जैसे मैंने उसे नींद से जगा दिया हो।मैंने उससे पूछा कहाँ खोयी थी वो बोली कही नही मै तो यही हूँ।फ़िर मैंने उससे कहा आज कुछ खा नही रही हो। वो थोड़ा दुखी हो के बोली आज खाना खाने का मूड नही है इसपर मैं भी बोल पड़ा आज मेरा भी मूड नही है पर बेचारे इस डिब्बे का क्या दोष है बताओ आज ऐसे ही पड़ा रहेगा और खाना बेकार हो जायेगा। मैंने कहा कोमल आज ऐसा करते है तुम्हारा भी मूड नही और मेरा भी मूड नही क्यों ना आज इस डिब्बे को दोनों बिना मूड के खा लेते है ये बोलते हुए मैंने डिब्बा खोल के मैंने कोमल की ओर बढ़ा दिया पर उसने मना कर दिया फिर मैंने उससे कहा प्लीज मेरे लिए थोड़ा सा तब जब के वो खाना खाने को तैयार हो गयी।


हमने खाना खाना शुरू कर दिया खाते हुए मैंने उससे कहा i am sorry कोमल मुझे ये बात तुम्हे पहले ही बता देना चाहिए था। कम से कम तुम्हारे दिल को आज तकलीफ़ ना होती,उसने कहा कोई बात नही मुझे ये बात पहले पूछ लेनी चाहिए थी वैसे कौन है वो खुशनशीब लड़की जिसको तुमने अपना दिल दिया है कौन है मेरी सौतन उसने माजकिये अंदाज में कहा। “नेहा” नाम है उसका वो बोल पड़ी चलो आज तुम्हारी Love story सुनते है चलो बताओ शुरू से, शुरू हो जाओ फिर मैंने उसे बताना शुरु किया अपनी कहानी मेरी उससे पहली मुलाकात उस समय हुई जब मैं अपने ऑफिस से मीटिंग के लिए जा रहा था तभी लिफ्ट के पास एक लड़की ने मेरे कम्पनी का रास्ता पूछा और मैंने उसे एक मंजिल और ऊपर भेज दिया।कुछ दिनो के बाद पता चला की वो उसी कम्पनी में जॉब के लिए आई हुई थी मैं उसे देखकर थोड़ा डर गया ।


फिर मैंने उसके बारे में पता किया और उसके पास गया और उससे कहा sorry जी मै थोड़ा उस दिन आप से मजाक कर रहा था फिर हम दोनों में बातचीत शुरू हो गयी। हम रोज साथ में खाना खाते ।कुछ दिनों के बाद हम साथ में आने जाने लगे ,धीरे धीरे हम दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती भी हो चुकी थी और ये दोस्ती कब प्यार में बदल गया हमे पता भी नही चला । मैंने एक दिन हिम्मत करके उससे पूछ ही लिया की वो मुझे प्यार करती है या नही ये कह के सारा मजा ख़राब कर दिया की आज यही बात वो भी मुझसे पूछने वाली थी ,पर मै बहुत खुश था । उसने घुमा कर ही हाँ बोल दिया था मैं खुशी के मारे उछल पड़ा मेरी ख़ुशी का कोई ठीकाना नही था क्योंकि ये मेरा पहला प्यार था। उसके बाद हम दोनों साथ में बहुत सारा वक़्त साथ में बिताते कभी फिल्म के लिए तो कभी बाहर खाना खाने के बहाने साथ में घूमते रहते।हमारा प्यार और भी गहरा होता चला । हम दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया ये बात हम अपने घर वालो को बताने की सोची की किसी दिन दोनों अपने घर वालो को अपने रिश्ते के बारे में बता देंगे।
अचानक उसने ऑफिस आना बंद कर दिया मुझे लगा उसने नौकरी छोड़ दी पर ऐसा ना था उसका नंबर भी बंद आ रहा था मुझे बहुत टेंशन हो रही थी की बात क्या है , शाम को मै उसके घर जाने की सोची फिर मैंने ये आईडिया छोड़ दिया सोचा आज नही अगर वो कल नही आयी तो पक्का कल उसके घर चला जाऊँगा। अगले दिन वो फिर नही आयी मुझे और ज्यादा टेंशन हो गयी आज का दिन ही नही कट रहा था ऑफिस में ऐसा लग रहा था अभी छुट्टी हो और उड़ के उसके घर चला जाऊ। शाम को छुट्टी होते ही बिना रुके मै सीधा उसके घर को चला गया उसके घर पहुँच कर देखा तो घर में ताला लगा था पड़ोसी से पता किया तो पता चला की वो शहर छोड़ के चले गए। मेरा दिल एक झटके में टूट कर बिखर गया मेरे पैरों तले से जमीन ही मानो खिसक गयी हो मुझे बिलकुल भी होश ना रहा मैं पागलो की तरह सड़को पर चले जा रहा था । मैं चलते समय यही सोच रहा था कि मुझे बिना बताये वो चली गयी ना ही कोई फ़ोन ना ही कोई मैसेज ऐसा कैसे हो सकता है इतने में मै किसी चीज से टकरा गया जब आँखें खुली तो पता चला मै हॉस्पिटल में हूँ और मेरा एक्सीडेंट हो गया हैं मुझे ज्यादा शरीर पर तो चोट नही आयी थी पर जो चोट दिल पे लगी थी उसका दर्द नही सहा जा रहा था। मैं पागल हो होने लगा हर पल उसकी याद आती है मेरा प्यार मुझसे जुदा हो गया मेरे सारे अरमान टूट गए सपने बिखर गए थे ।


मुझे किसी बात का होश तक नही रहा 6 महीने तक मैं पागलखाने में रहा उसके बाद कुछ ठीक हुआ तो घर वालो ने घर लाया लेकिन उसकी याद आज भी आती है और आज भी मैं उसे उतना ही प्यार करता हूँ। अभी कुछ दिनों पहले ही उसकी एक रिश्तेदार मिले तो पता चला की उसकी शादी हो चुकी है। जब वो शहर छोड़ के गयी उसके 2 महीने बाद ही ये जान कर मुझे और भी ज्यादा दुखी हो गया। 

लेकिन ये बाद सुनते ही कोमल बहुत खुश हो रही थी क्योंकि उसका रास्ता साफ दिख रहा था उसने ख़ुशी के मारे मुझे गले से लगा लिया और बोलने लगी i love you लेकिन तुम्हारे पहले प्यार के लिए मुझे बहुत दुःख है। मुझे ये नही समझ में आ रहा था कि कोमल खुश है या दुःखी क्योंकि मैंने उसे अभी तक हाँ नही कहा था पर उसकी खुशी देख के मै अपने सारे गमो को भूल बैठा।
मुझे इस बात की ख़ुशी थी की आज मेरी वजह से किसी को ख़ुशी मिली थी।

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